हारी का हो
का जी
कहा बारू
हा बोली बानी यही जे
चला तयार होखा
अग कहा जाये के बाद
तो अगे देवघर के मेला घुमा दें
हा ना जी बहुत काम बना
आप जाएँ दर्शन खा के आईं
सुना चला ना ये राणी तोखे देवघर घुमा दी
चला फ़र दे तयार होखा
सुने
जाएँ देवघर ता अरे जाएँ देवघर ता के करी रूपनी आईं जाएँ देवघर ता
अरे कुछ समझे
जब दर्शन करे के बाद तुमन समझे के काबा चला
बोल बाद
बड़ी करिपा बाउन करो हो
अरे सब जानता लेजी
कहता नी राणी चल संगही घुमा दी बाबा के चर्मी आके तोखे जुमा दी
हो जाएँ बूमगन जब भंगिया पिया दी हो जाएँ बूमगन जब भंगिया पिया दी
हर कुछ दिन तैल रूप ही
हरे बाबा के महिमा महान बाद
सब दुख दूर हो जाएँ
अच्छा
अरे काई परसान होता नी
चाला लाये राणी तोखे देव घर घुमा दी
चाला लाये राणी
हना मनपत चली