जैनात कनीफ नातजैनात कनीफ नातजलगे नातजलगे नातनात अनात के कनीफ नातनदी है जाई जमी की नदी को बहने दोनदी है जाई जमी की नदी को बहने दोजमी को फूलों के पेड़ों के सबस कहने दोकहने दोजै जैनात जैनवनात नात अनात के कनीफ नातजल्गे नात खल्गे नात नात अनात के कनीफ नातपशू बनू मैं पखेरू हवा में उड़ते रहेजै जैनात जैनवनात पशू बनू मैं पखेरू हवा में उड़ते रहेपहाडी रास्तेलीजाकर घरों को मुढते रहे, मुढते रहेजै जै नाथ, जै नबनाथ, नाथ अनाथ के कनीफ नाथजल के नाथ, जल के नाथ, नाथ अनाथ के कनीफ नाथसमी गरजती रहे बिजलियों की बोली सेजै जै नाथ, जै नबनाथ, समी गरजती रहे बिजलियों की बोली सेभरा रहे ये गगन बादलों की होली सेहोली सेजै जै नाथ, जै नबनाथ, नाथ अनाथ के कनीफ नाथजै जै नाथ, जै नबनाथ, नाथ अनाथ के कनीफ नाथखल्पे नाथ खल्पे नाथ नाथ अनाथ के काणी फनाथतुम्हारा न्याए हमेशा जहां में जारी रहेजै जै नाथ जै नवणाथतुम्हारा न्याए हमेशा जहां में जारी रहेसुनहरी खेतों की माटी उपज से भारी रहेजै जै नाथ जै नवणाथनाथ अनाथ के काणी फनाथजल्पे नाथ खल्पे नाथनाथ अनाथ के काणी फनाथतरफ्त जनते रहें पल फलों से रस दप केजै जै नाथ जै नवणाथतरफ्त जनते रहें पलफलों से रस कपके जो इस वरस है मेरे नाथ हर वरस वरसेहर वरस वरसेजै जै नाथ जै नवनार नाथ अनाथ के कनी पनारजल के नाथ जल के नाथ नाथ अनाथ के कनी पनारजै जै नाथ जै नाथ अनाथ के कनी पनारजै जै नाथ जै नाथ अनाथ के कनी पन αच ला दात रावनारगणि पु ला ला दोकाशर जै जै नाथ जै नाथ उठा नाथ कनी पु ला दातिये नाथ कनी पु ला दात रावनारकरते हैं