जैसी आराम
जै बोलो हनुमान की जै बोलो
कथा सुनाओं तुम्हें आज मैं पवन पूत्र हनुमान की
जै बोलो हनुमान की जै बोलो
जै बोलो हनुमान की
पालापनने हनुमानने
अपना बल दिखलाया
एक खिलोना समझ कि सूरज मुखमे जाय छिपाया
एक खिलोना समझ कि सूरज मुखमे जाय छिपाया
हुआ अधेरा पित्वी पर भगवान पास में आया
अटल ब्रदान दिया बजरंग को सूरज को छुनवाया
सभी देमता करे बढ़ाई अंजनी की संतान की
जै बोलो हनुमान की
जै बोलो हनुमान की
जैसी आराम बोलो जैसी आराम
जैसी आराम बोलो जैसी आराम
सीता की सुद लेने पहुँचे अशोग बन में जा
सीता की सुद लेने पहुचे अशोग बन में जा
भूख लगी तो बाग उजाडा सारे फल गयो खाई
खबर लगी जब रामन को तो पकड़ लियो बंदवार जिस दम दूम में आग लगाई लंका दै जरार
सीता मा को दे के अंगूठी राम चंद्र भगवान की जै बोलो हनुमान की जै बोलो
जै बोलो
जै बोलो हनुमान की जै बोलो
नेघ नाथ में लचमन जी पर शक्ति बान चलाया
नेघ नाथ में लचमन जी पर शक्ति बान चलाया
मुर्छित होकर गिरे जमी पर लचमन होश नाया
मुर्छित होकर गिरे जमी पर लचमन होश नाया
मुर्छित होकर गिरे जमी पर लचमन होश नाया
नमी पर लक्ष्मन भोषे नाया
संजीवन बूटी लेने को त्रोणगिरी पर धाया
समझ नाई हनुमान को सारा पहण उठाया
रक्षा कीती हनुमान ने लक्ष्मन जी के प्राण की
जै बोलो हनुमान की जै बोलो
जैसी आराम बोलो जैसी आराम
आताल पुरी में मकर भज से चाकर करी लडाई
आताल पुरी में मकर भज से चाकर करी लडाई
अहिरावन को मारूंगा तू हट बेटा बलधाई
अहिरावन को मारूंगा तू हट बेटा बलधाई
देवी के जा पीछे छिप जए खा गए माल मिठाई
अहिरावन को मार के बजरंग देवी बली चड़ाई
राम लखन संग लाए देखो लगा के बाजी प्राण की
जै बोलो हनुमान की जै बोलो
हनुमान की जै बोलो
प्रेमी कहे गदीप
पर वैठे जिस दिन सीताराम
प्रेमी कहे गदीप
पर वैठे जिस दिन सीताराम
जीताने मोतियन की माला
बजरंग देवी ना
सीताने मोतियन की माला
बजरंग देवी ना
इक इक मोतियन पर बैठे
तोड़के बजरंग थैक दियो है तमाम बोले इनमें राम नहीं मेरा इनते क्या काम
वही चीर तिखलाया सीना बैठे राम और जान की जै बोलो हनुमान की जै बोलो
कथा सुनाऊं तुम्हे आज मैं पवन पूत्र हनुमान की जै बोलो
कथा सुनाऊं तुम्हे आज मैं पवन पूत्र हनुमान की जै बोलो