आई भेया हम भुज़पूरी गायेग
प्रेम रतन प्रेमी उर्फ रतनाकर जी
रवलो के हम
आजे के गोपाल राय के गीत जो गावल बा गाके हम प्रस्तुत करते हैं
जो आश्माले के समझ है
हमरे साथ में टावला के
सुपरसीद बादक अंजिनी सिंग जी एवं बैंजु के सुपरसीद बादक
हरेंदर जी
साथ है बानी
तो आई भेया प्रस्तुत कर रहो बानी
आई आई
आई
आई
आई
फूल सबनम में डूब जाते हैं
जखम मरहम में डूब जाते हैं
जब कोई आसरा नहीं मिलता है तो हम तिरे गम में डूब जाते हैं
आरे जहीया से प्यार भाई तो हसे गुझरिया तहीये से
हो तो हरे के खोजेले नजरिया एगोरिता ही एसे
उड़े गयें में बाते हमरों अखिया से निन्दिया
अखिये में लाणाल तो हर लाले-लाल बिन्दिया
बिन्दिया गिरावे गोरी
जो हीया से गोरी हमरा हीया में समयीलू
कुछ ना बुझाला हमके पागल बनयीलू
जो हीया से गोरी हमरा हीया में समयीलू
कुछ ना बुझाला हमके पागल बनयीलू
मने बावरा है लेखा
खोजे तो डहरीया तो हीये से
कोहे कब हीवू हमरा वोरीया एक गोरी तो हीये से
जो हीया से प्यार भाई तो होंसे गुझरीया तो हीये से
तो हरे के खोजे ले नजरीया दे गोरी तो हीये से