उन्नोही के देन पहुचान चलतावे
नाही भेद भाव के निसान चलतावे
उन्नोही के देन पहुचान चलतावे
योहिया से लीख देले साहा समीदान
योहिया से छीतु ठाक इंदुस्तान चलतावे
अरे विश्वारो तनमा साहब जी महान हो उनके चोलो से मिलो नारी के सम्मान हो अरे योणी सुना
भीमो भाई के सुन्दर सुमना माओ जगवा में खिला दिया ले नमा माओ
एहो खुसी खुसी सबकार खान पान चालता वे सबकार रोजेगारी आउरी काम चालता वे
जो ही आसे लिख दे ले साहब कमिदान तो ही ऐसे ठीक ठाक इंदुसान चालता वे
ओपरी में गान लेकर तुम हो जो अभी भाइया झाल कि सब्सक्राइब के किसी जामें हो
का हुआ हो
जो ही आसे लीख दे ले सहा सम्मेधान
तो ही ऐसे ठीक उठा की अंगुसतान चोका चावे
जो ही आसे लीख दे ले सहा सम्मेधान
तो ही ऐसे तीझे ढा की अंगुसतान चोका चावे
फटी तो फटी बाकी सम्मेधान के पावर ना गटी