Lời đăng bởi: 86_15635588878_1671185229650
जहहा कभी दिल ने खाई थो के
जहाँ कभी दिल ने खाई थो के
वही दर ढूदे ये पागल
हाथ से छुड़ाया जिसने आचल
कर याद उसको हर पल
ये है कैसा रिष्टा, ये है कैसा बंदन
हर लम्हा, हर लम्हा उसकी आद
सताए तो क्या करें
उसका ख्याल दिल से न जाए तो क्या करें
कभी लगे प्यारा जैसे शाजन
कभी लगे प्यारा जैसे शाजन
कभी लगे यान था ये दुश्मन
कभी नफरतों में पलता है, कभी आजों में डलता है
इसे प्यार कहते हैं, कई रूप देखो ये बदले
कई रंग देखो बदले
ये है कैसा रिष्ता, ये है कैसा बंदन
हर लम्हा, हर लम्हा उसकी यान सताए तो क्या करें
उसका ख्याल दिल से न जोए तो क्या करें
प्यार गई, सचा हो ये दिल, तुझे को राह मिलेगी
जहां मिलेगी, तुझे को ठोके, वही पना मिलेगी
जहां कभी दिल ने खाई तो करें, वही दर ढूदें ये पागल
हाथ से छुडाया जिसने आचल, करें याद उसको हर पल
ये है कैसा रिष्ता, ये है कैसा बंदन