अगे यावल हे रखवा हूँ
ओडिके जाता रावा
अगे जाड़ा हवा में कैसे रहनी माला बाई
अगे यावल हे रखवा हूँ ओडिके जाता रावा
अगे जाड़ा हवा में कैसे रहनी माला बाई
अगे यावल हे रखवा हूँ ओडिके जाता रावा
अगे यावल हे रखवा हूँ ओडिके जाता रावा
किना देवाव सूतर छवड़ी लगताओ जे ठान दागे
रोजे खिलाई बाव तो रादू दू भोयां दागे
अगे बूझी है नहीं हमारो कंगाला बाई
आवल हे रखवा हूँ ओडिके जाता रावा
अगे यावल हे रखवा हूँ ओडिके जाता रावा
तो राके कुछ हो के नहीं देवाव हम सा जागे
सदिया से पहले देवाव भातरा के मा जागे
आफिल च ओड़ाई तो तोरो च दाराबा
अगे आवल हे रखवा हूँ ओडिके जाता रावा