जादा में जो दूरों ना लहगी दाज़ाई के
पुंआरिन के छोरों पट्टागो भवजाई के
पुंआरिन के छोरों पट्टागो भवजाई के
राती भोरी माझा लिहां सुतिहा चेबे काई के
राती भोरी माझा लिहां सुतिहा चेबे काई के
राती भोरी माझा लिहां सुतिहा चेबे काई के
पुआरिन के छोड़ा पटा बहा भाव जाई के
पुआरिन के छोड़ा पटा बहा भाव जाई के
पुआरिन के छोड़ा बहा भाव जाई के
पुआरिन के छोड़ा बहा भाव जाई के
भेजिन भिरा ही देवसा कांचे
मंच भस्कलांचे हो
लुटी हलो हर यादा बहा के
देखी ना कोई का लाइज
सुनो ना ये हो रही बेवास ताटोंचे मन जे फसका लाएचे हो
लुटी हला हरी आदा बाके देखी ना कोई का लाएचे हो
रही ना ही रिक्सेवे कड़ी हा तो हराईके
कुमारिन के छोड़ा पटाबा भाव जाएके
लागो ता फासाई के हुखे अपना ही दाउ में
आजय के चापर देखा चला ता पुरा गाउ में
चला ता पुरा गाउ में
सुबह ना ये हो रही बेवास ताटोंचे मन जे फसका लाएचे
लागता फासाई के हुदे अपना ही दाओ मैं सुरेंदर के चकर देखा चलता पूरा गारों में
जलो दिते से भी अब देता लाई दे जाई के
जलो दिते से भी अब देता लाई दे जाई के
पुरुवारिन के छोड़ा पट्टा बहा भाव जाई के