साथ चलना है तभी तो सच बनाया है ये नो नहीं
पेगबर खुद से तभी या सच चलाया है ये नो नहीं
जब तक हैं कहते नहीं सब कुछ ही में हम बाहे जाते हैं
कैद किया मुझको कमीनों ने अपने लक्षरों में
साथ चलना है तभी तो सच बनाया है ये नो नहीं
जब तक हैं कहते नहीं सब कुछ ही में हम बाहे जाते हैं
कैद किया मुझको कमीनों ने अपने लक्षरों में
सब कुछ ही में हम बाहे जाते हैं
कैद किया मुझको कमीनों ने अपने लक्षरों में
कैद किया मुझको कमीनों ने अपने लक्षरों में
राग साज बिचीपे बस्त हालात है
रात चुबी पैसे मिटे हुए जो मेरी बातों में शर्म चुपे हुए
सांप के दाथ में जैर गराब यो सम्दो विदेश रहा है
अजार जुरूगी पेद वो तुम्हा की जेब में मेरे गर्जे चुपे हुए
दर्से में दर्से में मुझे अंदरं यूत दबाए
मन में मेरे बन में मेरा मन वायो ना चाय
अंदर बास छुपे हैं बाहर बात सबी है
आंदर बास छुपे हैं बाहर बात
जो तके के पर इस गोबी में हुआ है जी
कभी में
जब आया तो तब ये नवने दो
साथ चलना है तबी तो सच बनाया है नवने
भी घबर खुद से तबी ये सच बनाया है नवने
जब तक ने कहते नहीं सब कुछ भी में हम बाय जाते है
कैद किया मज़को कमीनों ने अपने लक्षरों में