जब तसोवर किसी तस्वीर में घल जाता है, जाने क्या क्या मुझे उस वक्त ख्यालाता है।
जब तसोवर किसी तस्वीर में घल जाता है।
एक परज्जाई तो अन्जान मुलाकात की है, दिल का अर्मान तसली मेरे जजबात की है।
प्यार मेरा यही कहके मुझे बहरा।
प्यार मेरा यही कहके मुझे बहरा।
प्यार मेरा यही कहके मुझे बहरा।
प्यार मेरा यही कहके मुझे बहरा।
जब तसव्बर किसी तस्वीर में ढल जाता है, जाने क्या क्या मुझे उस वक्त ख्याल आता है।
जब तसव्बर किसी तस्वीर में ढल जाता है।