जब जब बहेरा जापूरे वहीया होता में बड़ा गुदें गुदीजब जब बहेरा जापूरे वहीया होता में बड़ा गुदें गुदीजब जब बहेरा जापूरे वहीया होता में बड़ा गुदें गुदीजब जब बहेरा जापूरे वहीया होता में बड़ा गुदें गुदीजल्दी से घारे यावा बलंगा है भाईले सा मन फरग दीजल्दी से घारे यावा बलंगा है भाईले सा मन फरग दीरही रही खुले संया डाड़ में से साडी सु तले में तकी आके धरी या कावारीचड़े जामानी के लहर का पारे फेल हो जाला बुधीचड़े जामानी के लहर का पारे फेल हो जाला बुधीजल्दी से घारे यावा बलंगा है भाईले सा मन फरग दीजल्दी से घारे यावा बलंगाया भाईले सा मन फरगतीमन करे बएगा नसे मारा गहली ताला हो मिले खाती मन तन भाईल बाबे हाल गातीमन करे बएगा नसे मारा गहली ताला हो मिले खाती मन तन भाईल बाबे हाल गातीमन करे बएगा नसे मारा गहली ताला हो मिले खाती मन तन भाईल बाबे हाल गातीपरो जो होता सोजने कुदे कुदीजल्दी से घारे यावा बलंगाय भाईले सा मान फरग दीपरो जो होता सोजने कुदे कुदे भाईले सा मान फरग दीफटे फटे खुले राजा चोलिया के उकावाबुझाते नहीं ख़गवर चंचले हमारे तू दुखावासुखेला सन्या उहे जगहिया होला बड़ा हुदे बूदीजल्दी से घारे यावा बलंगाय भाईले सा मान फरग दीजल्दी से घारे यावा बलंगाय