मैं चाटनी हरियाने की
वेरा न परदेसी तु किसे गाम का
मैं चाटनी हरियाने की
रचो कर दे कर रुका पाट्या मेरे नाम का
मैं चाटनी हरियाने का
वेरा न परदेसी तु किसे गाम का
मैं चाटनी हरियाने की
जो कर देकर उखा पट्या मेरे नाम का है मैं जाट हरियाने का
धोड़े गरम सुभां की से जाटनी
जो कर देकर उखा पट्या मेरे नाम का धोड़े गरम सुभां की से जाटनी
सुनु गर्ण पुरिया तु मेरे तै उपर ना
मैं आगनी पे दुनिया नचाना चानू
मैं शेरा के घर की से अशेरनी
मैं शेरा काम पे शिकार करना चानू
हो इसा काम मैं करे जाँगी ना तुटे लैनो लाने की
मैं चाटनी हर्याने की
अमने एक दूसरे का सारा काफी है
कदे किसे तीसरे की लोड नहीं होनी
बेशक सारी दुनिया जोड लगा के देख लियो
इस जाट जाटनी की ओड नहीं होनी
मैं चाटनी हर्याने की