आइ एबो गजल के भावा किसे
कि बड़ी दिन पर तु फोन कैले बाडूयार
कहा कैसन मिललबा तुहार ससुरार
कि जितना मानत रही पियाबा तोहके माने लाकिना
हमर जान केऊ जान जस जाने लाकिना
बड़ी दिन पर तु फोन कैले बाडूयार कहा कैसन मिललबा तुहार ससुरार
किजितना मानत रही पियाबा तोहके माने लाकिना
हमर जान केऊ जान जस जाने लाकिना
लाइका बाकाँता आँजिनिभ्यार
जब जब गुझरीला पुरा गली से
लागता कि जहांको तारु जन खिडकी से
शहिया शनिया के अकाबारी
भरेला किना
हमर जान केऊ जान जस ज़न जस ज़न खिडकी से
क्या बात है।
कुषिरो हो जाने हे सप्णा मारुबा
तुहरा साथे हरदम हरेंदर के प्यारुबा
कुषिरो हो जाने हे सप्णा मारुबा
तुहरा साथे हरदम अञ्जनी के प्यारुबा
पांडेरा हुलके आदने जिउच्छणे लाकिना
हमरा जान केऊ जान जस जाने लाकिना