जाती या बाबा के दुआरीदेखा या बहुत रंजिता कुमारीजाती या बाबा के दुआरीदेखा या बहुत रंजिता कुमारीहो रली हैं बाबा एक औरला चारीजाती या बाबा के दुआरीदेखा या बहुत रंजिता कुमारीजी नगी में बाटे एके बहुते नुदूख होभोले बाबा पूरा करिहे मनावा के भूख होगेरुआ रंग में रंगाईल बिया दरसन लाय गुताईल बियाभूखल बिया पहिला सुमारी जात बियाबाबा के दुआरीसीवजी पे जल यब कि धारीजात बिया रंजिता कुमारीकांधावा पे कांवर लेके रहिया में डोलेबोला बम बोल बम के नारा खुदे बोलेबाबा से नहीं आला गोले बियाकांवर में घंटी सजोले बियाभूखल बिया बाबा के पुजारीजात बिया बाबा के दुआरीहोर ले हैं दूख जात भारीजात बिया रंजिता कुमारी