ये कैसी हवा चली के सबज रंग हो गया जो दामने हुस्न यारी मेरे बदन को छू गया
दिल में अब इश्क का आगाज हो गया देख के लुकसार तेरे दिल से ये गुनाह हो गया
इश्क जब कर लिया उनसे खुदा जाने अब क्या होगा
क्या से हम क्या कर वैटे खुदा जाने अब क्या होगा
इश्क जब कर लिया उनसे खुदा जाने अब क्या होगा
इश्क जब कर लिया उनसे उदा जाने अब क्या होगा
हमें दुनियां से क्या डर ना छुप छुप के जुबिल लेंगे
हाथ में हाथ है उनका अब अंजाम क्या होगा
हाथ में हाथ है उनका अब अंजाम क्या होगा
क्या से हम क्या कर बैठे उदा जाने अब क्या होगा
इश्क जब कर लिया उनसे उदा जाने अब क्या होगा
इश्क जब कर लिया उनसे पुदा जाने अब क्या होगा
छुपे चिल मन में क्यों हो तुम हवाओं से क्यों ढरते हो
बेपरदा हो हम भैते जाने कब सामना होगा
क्या से हम क्या कर वैटे कुदा जाने अब क्या होगा
इश्क जब कर लिया उनसे कुदा जाने अब क्या होगा
इश्क जब कर लिया उनसे पुदा जाने अब क्या होगा