रोशनी रोशनी है चार सू जो चार सू इश्क है ये इश्क है जो छुपा है हर नजर में हर तरफ जो रूब रूँ
इश्क है ये इश्क है इश्क है ये इश्क है
तुम से मिले तो कुछ गुंगुनी सी होने लगी है सर्दिया
तुम से मिले तो देखो शहर में किली लगी है वादिया
साया मेरा है तु और मैं तेरा तु दखे या ना दखे तु तीरे कुषबों बखो
इश्क है ये इश्क है
मौपे ये करों भी कीजे
मौपे ये करों भी कीजे
लागे ना ही तुम बिंजी हरा
ऐसी बेखुदी ही देजे
मौपे ये करों भी कीजे
लागे ना ही तुम
बिल जीयरा ऐसी बिर खुदी ही देजे
हाँ साया मेरा है तू और मैं तेरा
यही मेरी बैशते है यही मेरी जोस्त जो
इश्क है यह इश्क है इश्क है यह इश्क है