عشق برا جنجال جگت میں تڑوا دے سہیارین
औचललन की नाया संग रहरी रमार दिया वणदारीन
इशक बुरा जंगाल जगत में तڑूबा दे सहीारीन
रे सारी दुनिया कहती आवे नास का छोड़े इशक ओसे
तनी इजत माटी में मिल जागर काओड़ी इशक ओसे
खनक माना तरद छूट जागर ने छोड़ी इशक ओसे
परेन नचीवे रहे तडबकर काछागोड़ी इशक ओसे
यो आना जाना बंद करवाद रखोदे रिस्तेधारीन
इशक बुरा जंगाल जगत मैं खुड़वाद सहयारीन
बाई चमकाला गया भिजली कैसा नूर पदम नी रखती आगी
देवलोकने तज कैने यादूर पदम नी किती आगी
मद चोपन मैं भरी हुई बरपूर पदम नी किती आगी
आपन चारे के लाइक गोन्या हूँर पदम नी किती आगी
रे दुरती के मासो वैसे याद तज कैपिलेंग निवारीन
रे इशक बुरा जंदाल जगत मैं पुड़वा दे सहयारीन
बन चाहिये तै उसके हाजिर
मालक खजाना करदूंगा
ना मानिया तै तो बलका कै मोत निशाना करदूंगा
बन चारी और बन चारा का कठापाना करदूंगा
आगी बात याद बिरे मैं इसा बहाना करदूंगा
रे कल तसबी की दावत दे कै खो सूसो रठ प्यारीन
रे इसक बुरा जंदाल जगत मैं
बुड़वादे सहयारीन
हे
मालिक किते सुनता हो तै ऐसे करण कारा हो जा
सुनी से जपडी कमरे मरपैर दरण कारा हो जा
अधव बिचा डूल रे आओ मिरा पारत रण कारा हो जा
जै सूसो रठ प्यारीन नहीं मिली दर मिरा मरण कारा हो जा
ओ स्री लखमी चंद यो अटल्यू क्यू कर खोटी इसक बिमारीन हे
रे इसक बुरा जंदाल जगत मैं बुड़वादे
सहयारीन हे