पीर सिखन्दर हुमन बंदर इश्क सभी के सर पर नाचे
नाचे नाचे नाचे
तूट फोट के हो गये खंडर दिल के कमरे और दरवाजे
पीर सिखन्दर हुमन बंदर इश्क सभी के संर पर नाचे
तूट फोट के हो गये खंडर दिल के कमरे करह से रूप के खंडार.
इश्க ने किस्मत को किक मारी
बढ़ा नीच है अत्याचारी
बढ़ा नीच है अत्याचारी
साली इश्क वुमारी रे Самस का अनूफे
साली इश्क वुमारी है ये चर्न हित में जारी है
सालی इश्क वुमारी है ये चर्न हित में जारी है
सालि उश्क वीमारी है ये चरोन् हित मेचारी है
उश्घ है बनदर का जिन्चर जी
छले पे है ये टिंचर
इश्ग है बंदर का जिनजर जी चल पे है ये टिंजर
सब इसके कबसे में पैदी फूल हो या हो थिंकर
आग लगा के हात में दे दे ये रुसीन का टपा
करके खुद ही दिल का मरडर
रखे शोक की सभाव
इश्ग ने किसमत को की किमारी
बड़ा नीच है अत्याचारी
साली इश्ग विमारी है ये चर्न हित में जारी है
दिल पे चोकी दार पिखा के
दिल की करे तो फेंसिंग
इश्ग दिखा के टी यर डी यर फिर लग करेगा पिंच
मगर न तुम इस मगर के आसु के छासे में आना
मर न फिर से तोहराऊं के तरदीला ये गाना
इश्ग ने किसमत को की किमारी बड़ा नीच है अत्याचारी
इश्ग ने किसमत को की किमारी
दधोन नहीं नहीं नहीं नहीं
गन साली जाँजता
प्रदिको किक मारी
बड़ा नीच है अत्याचारी
साली इश्क विमारी
साली इश्क विमारी है ये चर्ण हित में जारी है