हम तो तिन के चुन रहे थे आशियों के लिएआप से किस ने कहा विजिली गिराने के लिएहाथ ठक जाएंगे क्यों पीस रहे हो महदीकून हाजिर है हत्थेली पे लगोने के लिएइशक को दर्द सर कहने वालों सुनोकुछ भी हो हमने ये दर्द सर ले लियावो निगाहों से बच कर कहां जाएंगेअब तो उनके मुहले में घर ले लियाआये वंठन के शहरे खमोशां में वोकबर देखी जो मेरी तो कहने लगेअरे आज इतनी तो इसकी तरक्की हुईएक बेधर ने अच्छा सा घर ले लियाइधर जिन्दगी का जनाजा उठेगाउधर जिन्दगी की दुल्ह वनेगीकयामत से बहले कयामत है यारोमेरे सामने उनकी दुनिया लुटेगीइधर जिन्दगी काजवानी पे मेरी सितम उठाने वालोजरा सोचलो क्या कहेगा समानाजवानी पे मेरी सितम उठाने वालोजरा सोचलो क्या कहेगा समानाकहेगा समानाइधर मेरे अर्वान कफन पहलेंगेउधर कुल के हाथों पे महती लेगेगीइधर जिन्दगी काअदल से महाबत की बुश्वन है दुनियाकहें दो दिलों को मिलने न देगीअदल से महाबत की बुश्वन है दुनियाकहें दो दिलों को मिलने न देगीमिलने न देगीइधर मेरे दी पर खंजर चलेगाउधर कुल के हाथों पे बिंदिया सजेगीइधर जिन्दगी कामेरी मौत परियों के छुरमत में होगीजनाजा हसीनों के कांधे पे होगामेरी मौत परियों के छुरमत में होगीजनाजा हसीनों के कांधे पे होगाकफन ले रहोगा उनही का दुपटकाबड़ी धूम से मेरी मय्यत उठेगीइधर जिन्दगी का जनाजा हसीनों के कांधे पे होगाउधर जिन्दगी में की दुल्भर में होगी