असे आया तो जिन्दगी के दर्पि दिल्पे छाया यूँ
मुस्कुराहट बनके मेरी हर हुशी एहसास में सास में तु है बसा
मुझसे जुडा तुझको पाया तो मिल गयी है राहे
हातों में हात हम यूँ ही चलते जाए
मेरी हर बात में ख्याल में ख्वाब में तू है बसा मुझसे जुड़ा
हमसाया मेरा है तू दिल से मेरे खोना नहीं
हिस्सा है मेरी रूह का मुझसे जुड़ा होना नहीं खोना नहीं
करूं मैं कैसे बया तुझको लफजों में सारे खो गए जैसे अनफाज है
आके देख ले जरा मेरी रूह का मुझसे जुड़ा होना नहीं
आके देख ले जरा मेरी रूह का मुझसे जुड़ा होना नहीं
आके देख ले जरा मेरी रूह का मुझसे जुड़ा होना नहीं
आके देख ले जरा मेरी रूह का मुझसे जुड़ा होना नहीं