ए शम्दी जी तोहर का हाल बा
सुनन तीसर प्रोग्राम शुरू होता
दुलहा के परचल हो गई
अब तोहरे स्वागत में
840 मिलिटरवा से प्रोग्राम शुरू होता
सुनन
दुलहा के पुवान चन्या हमार संग दिदी तबल जी
दुलहा के चाचाले बांद के बगडिया
दे कह के आई गले टोला बडोसिया
बैठ के बजाए हरी मुनिया
हमार संग दिदी तबल जी
दुलहा के पुवान चन्या हमार संग दिदी तबल जी
दुलहा के मामा खाए बहिन का कमईया
दुलहा के पुपा गिने बैठ के रुपईया
बिंग्डली बाई सन चलनिया
हमार संग दिदी तबल जी
दुलहा के पुवान चन्या हमार संग दिदी तबल जी
दुलहा के मौसा का पूछा न बतिया
दुलहा के मौसी बिताए कहां रतिया
भूमे बन के छैला चीकनिया
हमार संग दिदी तबल जी
दुलहा के पुवान चन्या हमार संग दिदी तबल जी