अमर मय्कली आजे यहे
आमर चीथा जरीमा।
कितो डेडा, कितो आजे जुरोग
कितो डेडा, कितो आजे यहे
हमर चीज़ा जरा जई हैंगे
दद उठो होगे, दद खुदो होगे
प्यार कैला के छोड़ी तो देनी जाखांगे
हमर आयं चीज़ के साम सान पहुँचाई हांगे
हमर मय्यत पे आजई हैंगे, हमर चीज़ा जरा जई हैंगे
आगे चामन मनुझ बापा कोई नी सितांगे, पोशन भी हारी के कोई नी बसांगे
लेके हम राज तूसर सुर बाजई हैंगे
हमर मय्यत पे आजई हैंगे, हमर चीज़ा जरा जई हैंगे