हुआ भी काली खुआर
पड़ते हैं पीछे हजार
हुआ भी काली खुआर
पड़ते हैं पीछे हजार
लड़ गए हैं लफंगे साले रहते हैं जो गड़े में रहें
पेनिया सकोट होट लागे लूप मुएर में
आग तुल गई बुका यूपी या विहार में
देखते हैं लड़के या सुनर
पेछे पड़ते हैं लड़के
चूचूनर
भौरे की तर हो यागे पीछे मंड राते
ना जाने तो हरा में बाटे कहूँ नर
हाँ तो हम क्रा कोरी
देखते हैं लड़के या सुनर
पेछे पड़ते हैं लड़के
चूचूनर
भौरे की तर हो यागे पीछे मंड राते
ना जाने तो हरा मैं बहते का मुमार
देखे को फैसन मेरा दत होता क्यों तेरा का पार मैं
सुना बेनी असकोट होट लागे लुकुमार मैं
आग तु लगोई बुकायू पियां बिहार मैं
इस यादा पर फिदा कितने लड़के बने के घुमते हैं देखो न पागल
नैनों की काजा से पागल ये दुनिया इसी चकर में तो मैं भी हूँ लागल
अच्छा ये बात है
ओ ओ
इस यादा पर फिदा कितने लड़के बने के घुमते हैं देखो न पागल
नैनों की काजा से पागल ये दुनिया इसी चकर में तो मैं भी हूँ लागल
सुनु सुरा पेछे मेरे पड़े हो बेकार मैं
अरे सुना हो
पेनिया सुकोट होट लागे लुकुमार मैं
आग दुला गोई मुकायू पिया विहार मैं
ये तो मेरी स्टाइल है बाबू