आगो आन्धे पीट यह
माना दिलने यह माना है
धलती नहीं शामे मेरी
कहने लगी है सासे यह
रहना है बाहों में तेरी
सरदीयों में तुझसे है क्यों दोरिया
इशक की क्या है ऐसे मजबूरिया
जब आस पास तुन ना हो बिचेनी है
तेरी आद में अज तेरी हुड़ी पहनी है
तेरी आद में आज तेरी हुड़ी पहनी है
चो तु नह कहना कुश्बो तेरी कहनी है
तेरी आद में आज त्रेरी धुड़ी पहनी है
मेरा भी हाल ऐसा है जो तेरा है वहाँ
दिखता मुझे तेरा छेहरा हर तरफ, हर जगा
कल जो मिले थे फिर से कल मिल जाएंगे यहां
बाहुं में तेरी रुक जाएंगे, जाएंगे कहाँ
बदलेगा मौसम बदलेगा ये समा
नजदी कियों में बदलेंगी दूरिया
जब आस पस तुँ नुहों बेख चायनी है
तेरी आद़र में अज तेरी खुड़ि पहनी है
चू तु ना कहेंदा, खुशबू तेरी कहाईनी है
तेरी आद़र में अज तेरी खुड़ी पहनी है
थंडी हवाए, मेरे कालों में तेरी सासें गुंगुना आए
मुझको बुलाए, तेरी तरफान का रस्ता दिखाए
होता नहीं है मुझसे अब इंतजार
जल्ली से आ जाना तु, मेरे आग
जब आस भास तु न होगे जैने अए
तेरी आद़र में अज तेरी खुड़ी पहनी है
चू तु ना कहेंदा, खुशबू तेरी कहाईनी है
तेरी आद़र में अज तेरी खुड़ी पहनी है
जब आद़र में अज तेरी खुशबू तेरी कहाईनी है