तीरी हूँ
तेरे होने से मैं हूँ
तेरे बिना कुछ भी नहीं
तु आये तो महका समा
तु जाए तो वीरं वही
तु जाए तो वीरं वही
तेरे होठों से निकली बातें
मेरी दूआ का
पेगाम है
तु मेरी रूह का गीत
तु मेरी दुनिया का इनम है
तु मेरी सांस का जुनू है तेरे होने से मैं हूँ तु मेरी दूआ का सुकून है