रामवाय अवेर कोले रह गईल धाईल
लहगात छुटे आमा आलना ही भाईल
रामवाय अवेर कोले रह गईल धाईल
लहगात छुटे आमा आलना ही भाईल
रही आछो हाँत रही गईनी भर फगुना
रही आछो हाँत रही गईनी भर फगुना
रही आछो हाँत रही गईनी भर फगुना
गईनी भर भगुनामा होलिया में आईले नाही पाऊ जे सजानामा
सरहद के बाड़े पहरे दर्मोर सैहिया ते सवा की तोहरी रोखवारी
नाजे पटे उठे ताके पूरा परिवार के दिहले आपन सूखा वर्षारी
यादिकरत होई है वो ताकिया समाना मा
होलिया में आईले नाही हौजे सजाना मा
हुलिया में आईले है नाही अजे मुरु सजाना मा
हुलिया में आईले है नाही अजे मुरु सजाना मा
हुलिया में आईले है नाही अजे मुरु सजाना मा
दूसमन के खून हवासे खेले लेव होलिया राखले तिरों अंगा किसानि हो
सेखर सुनिल सोनू नैखे मलालि हो राखि सलामते भगवानि हो
भावको जाला को बो सोची सोची मनावा
भावको जाला को बो सोची सोची मनावा
भोलिया में अलिहिंटी
आउजे सजानामा होलियामे आईलेहे नाही