ना पूर्णा डलवाईअरे काहे लोअरे तहाँ ख़या खिसी आज़ो हैआही दाज़ाचलो भाग़ोबड़ पीछ कारी ये देवर बड़ा लिहलेरङन डला वाईव दादा दारू बड़ा पीछलेअरे डलवाई ले भावजीबड़ पीछ कारी ये देवर बड़ा लिहलेरङन डला वाईव दादा दारू बड़ा पीछलेअरे दम लाहे लाहे डालेगेजब दी देखी तो भावजी खिसी आज़ाएगाआईसां बात नहीं होईजब दी पीछला में चोली फ़र आज़ाएगाजब दी पीछला में चोली फ़र आज़ाएगातब हाइयास सि साउरी बोलाजाएगाजब दी पीछला में चोली फ़र आज़ाएग़ातब हाइयास सि साउरी बलाजाएगाऔर छोटने के खलाद जब ये पर पर्दे करेंगेआमारा के ते वड़ु ऐसे नह धाराहाल पझ लाल जरी औमरा रह बड़ाआसो के हुली माने दाखासलोड पिछी कारी कारा बरदासझोवन तो जितारो न भैटा पाएग़ाजग़ी पियाला मे छोली फारा जाएगातो भैयासे सर्वी बुला जाएगाबोलिया मे भहलो माल भाव घितो हुथ्यो कक शालजग़ी पियाला मे छोली फारा जाएगातो भैयासे सर्वी बुला जाएग़ाजग़ी पियाला मे छोली फारा ज़ाएग़ाचट चट चट चट चट चट चटकलबाया ये रो...जदी पियाला मे छोली फारा ज़ाएग़ाकहालका मे ढल दूग़ा लालका दिका दूग़ाजदी पियाला मे छोली फारा ज़ाएग़ातो भाईया से सोरी बुला जाएग़ा