हली चड़ते पगल भाईल पगल
तारो गेट कर लोग लेते आगल
तारो लाग बड़ी तहारा जुनून से
भाईल तो सुद्रे पगल
तो भूली मॉणी ये बसा
ये माल दूखो मौतों उनके खुण से
भूली मॉणी है दिन दाहा
ये माल दूखो मौतों उनके खुण से
भूली मॉणी है दिन दाहा
तार नहीं खें काका दूँ से
प्रेम जानुआ भाईल केसी जानावा
लागे दूआ दापो चाड़ाई बे पोलिस थानावा
आसो होई रे बावाली तो तोईबा
की है बदला ले बे केसो मॉइबा
काफी कीन में क्यों तो रपा पून से
ना एक दोना
भूली मॉणी ये हसा
ये माल दूसर मॉणों के खुण से
भूली मॉणी है दिन दाखा
दाख नहीं खेरी नहीं काका दूँ से
रांगो खेले आइनी
मॉणो गोईल बाव उदार से
रे जानुआ तोर देख के बादमा से
बुला नमानो हॉली के हु रूप पून से
बुला नमानो हॉली के हु रूप पून से
बुला नमानो हॉली के हु रूप नहीं पाई अब धर के
गोरी बीकी ना गेंदर भास कोर के
ता ज़िदी कोम नहीं खही रोमी थून से
भूली मॉणी है दिन दाखा
ये माल दूसा मॉणो नके खुण से
भूली मॉणी है दिन दाखा
ता ज़िदी कोम नहीं खही रोमी थून से