सारारारा सारारारा होली है
चली आयं भीया
रोवाः सभे के बीच में
एह माटी के खाटी चिज
प्रस्तूत कर रहा बनी
हमरे आसान पूर विश्वास बाई
येह गाना में
हमरे जरूर प्यार दुलार मिली
चली आयं
देवारा पाजाई मौरा
पाका बला दूनो पूआजे पियाऊँ
देवारा पाजाई मौरा पाका बला दूनो
चार हलवा फागुन जबसे
रहता फिराक में
दिन रात रहे काली हमरता को जखाक में
चार हलवा फागुन जबसे रहता फिराक में दिन रात रहे काली हमरता को जखाक में
देवारा पाजाई मौरा पाका बला दೂनो
मारोली ही माजा राजा छोड़ा जाएं अकेला
ही माजा राजा छोड़ा जाएं अकेला
नातापी जाई मुर जावनी से भरला कुआए पियावू
देवारा पाजाई मुरा पाका वळा दूनो पूआए पियाँ।
धड़ो केला जीया पियाया भये तुफानी।
शेख खरशनी जनेंदर काटली चानी।
तो हानी होखेन तो हरमे हर के कड़ी हाँ तुआए पियाँ।
देवारा पाजाई मुरा पाका वळा दूनो पूआए पियाँ।