जीजा गोरीया के हमर खास भोईल होली,
गिप्त में देविला सभी नया नया चोली
पहिला पसान तुहा मर बाड़ो
साली होली के तुही जोगार बाड़ो
भगला की ना
दूरे दूरे काहे हमसे भागा तारु साली
अर जीजा के चीखावा तानी अपन ओटलाली बोला
लोसोसे भराल रोस दार बाड़ो
साली होली के तुही जोगार बाड़ो
लाग जाई ये हो जीजा हम के विमारी बोला
अब रहे दा
अब अगले साल