होली दूम मचाई मचाई
धोल बजे खोल बजे और मंजीरा
आ मोहन की बंजी बजे जमना के तीरा
भयारे तीन ताल पर भयारे तीन ताल पर
कनहया कनहया नाचे भया आप पदम के चहिया चहिया
होली दूम मचाई मचाई
दिन चक.. दिन दीं चक दिन कसल दरा
सासासां सरगम पे बाथ सितारा
होली के धूम सुनाओ दोलको खुप बजाओ
भैयारे ताल न तुटे समल के ढोलबजाओ
होली धूम मचाई होली धूम मचाई
उप, महा दूप तेरे खिरकी पर दूप रून चलका मेरा
उप, महा दूप तेरे खिरकी पर दूप रून चलका मेरा
और राजा की बेटी है नाम गुलाबा
तु चमपे की कलिया में मस्त गुलाबा
हम चकवा तु चकई असमान में उदेंगे
असमान में कहर कडके दर्या में गिरेंगे
दर्या की लहर देख réponse चोरी चंगा
कर दहियान कर बुंद गिरे हर हर ग्ञा
चोरी चंगा को बचूर रंग लगाओ
चोरी चंगा को बचूर रंग लगाओ
और होली के ताल पर नाढ रुचाऔ
भयारइ चमक-चमक
भयारे ँछुम चमक
भयारे ँछुम चमक
बोली भूम मचा इ मचा इ
बोली भूम मचा इ
ओ ओ भूम मचा इ मचा इ
बोली भूम मचाइ
आमि गाउ
आमि गाउ नामः जहाय
आमि गाउ नामः जहाइ
काँप का बबवानी
राजा दकशी के मकाण
काण चारो बेद में बखान
ब्रिश्ठव के
ब्रिश्ठव के राजा आय
द्रिष्ठव की द्रिश्धश की विथ कीह
कोई चरह बहे पूलभ पृन
कोई चरह बहे your पनी...
होली दूम माचाइ मचाई
होली दूम माचाइ
होली दूम मंचाइ मंचाइ
होली दूम मंचाई
अन्दனी के पूत शिरी राम जी के बुत
वो तो लंक पठावा
अनदनी के पूत शिरी राम जी के
बुत वो तो लंक पठावा
खुण खाया कुछ पेड़ू खाया
सुन पाया राबना तो पकड मंगाया
और लंके के लत्ते से पूच बंधाया
और घीय और तेल उसमें खूब चपाया
और जरकी से तुन्थी पर आग लगाया
और छोटा सा रूप लंका खूब जराया
होली दूम मचाई मचाई
होली दूम मचाई मचाई
कौन बहादूर है जो कमाल दिखाया
और चारे अंगुल पत्तर पर रेल चलाया
और पत्तर के आरी आरी खंब गराया
और डाक बाबु तार बाबु बात कराया
फूरब से रेल आती पच्छिम को है जाती
और पच्छिम से आती तो फूरब जाती
भायारे चुक चुका
भायारे बम चुका
भायारे दोड़ चली जा
होली धूमा मचाई
होली धूमा मचाई