होके नहीं हरवासे आईली जवानधरके मारा राजा धानु किया परबानधरके मारा राजा धानु किया परबानआँक से आँख मिलावाके रात कट जाएहाल कुछ आपन सुनावाके रात कट जाएहम के छतियों से लगावाके रात कट जाएआज हम से जिया के रचि-रच के सजाले बाटीकजर वा दोनों अखिया में लगाले बाटीपुरा अर्मान हमरे दिल के बलम हो जाईजब मिली नाएं तो सब जगडा खतम हो जाईलाके खिलावा राजा महवब के पानधर के मारा राजा धानो किया परबाननागी जब गर्मी पिया बेनिया डोलाई तो होकेरुझ तू जैब तो हस हस के मनाई तो होकेजब तू खैब वो ही चीज खिलाई तो होकेराज के से जिया पछटिया से लगाई तो होकेतनी खयाल करा हमरी तू उमरिया परकसम जवानी के आवा बलम सजरिया परमाना मौर कहाने वा कराना तुफानधर के मारा राजा धानो किया परवानहमरे समन वा तू बैठा बलम सिंगार करीतू हम के प्यारी करा हम तो के प्यार करीअपने गरवा के बलम तोरा के हम हार करीतुझो इक बारी कर बहान हम इनकार करीतो होके नहीं हरवा से आयली जवानधर के मारा राजा धानो किया परवान