तात्व तारु रानियेको टक्लिया हो
मरुभु मराध के कामातिया हो
अइसे कहे देखा तारु ए
तात्व तारु रानियेको टक्लिया हो
मरुभु मराध के कामातिया हो
सुना बोला
जब जब खाला हजारा दा पनला
सु भा बरहेला ना उठे
मूंगीने तु मले बेला
हिरो हुआ बला ना
ममासा उठके लूँगी मैं तुम लहगेलो
रोमा बोला ममासा उठके एकदम जाकास लगलो
अलो अरो जुन जो सुनुक तोह लागे
मिलल बाडो बड़ी भागे
रूप जन मारो हो हिरा तुम हमारो
बाडो तु साबा कसे रागे
सुबा अच्छा सुनो
तता हे ताना बड़ाई धन कोरेलो
रूप लाई किन से जादा मारेलो
आधे सबको
रुप लाई किन से जादा मारेलो
रूप लाई किन से जादा मारेलो
रूप लाई किन से जादा मारेलो
बोरे गोरे रानि सो रावा मचाहेलो
यहो सो परसेंट सुधो तो बाडो
लागै को बलिया मिला उटे के
लुम्गी मै तुम लहे गेलो
हिराउा बलामभा असाव उठके
लुम्गी मै तुम लहे गेलो
हिराउा बलामभा असाव उठके
के लुके नजर ना लगे