जोन्ये अख्यां से आई लाभ्यो लेखा, नाहे प्यारे के पानी छेरे,जोन्ये अख्यां से आई लाभ्यो लेखा, नाहे प्यारे के पानी छेरे,बतियां का बटे बतावा, हमरा से बोलके,जाने ना कैसा आई, जे अरवा हमरो धड़केला,मियत लागे बेमान, कबो कबो मनवा भड़केला,मनवा भड़केला,खिया तोहर हमके लगेला मधुसा लाई गोरी,उठवा तोहर लागे जामके प्याला लाई गोरी,जाने तोहर लाव बतियां, हमरा से जो लगे,हमरा से जो लगे,ईमेको वने तरीका हम, हमके अपणा विके,बनी सोहर ये बावु, नही बनी दानी,गंवा के लोगा भावो करेला बति खाड़ा खाड़ा बोली हो ना बतिया यहिसे बुझी हो तुई साराअबका कही हम तहके बड़ब कलो लगे