दिली दैनल हातुं, बापनों हाप ही दाते हैं।
आप और बाप प्यारे अजे,
तो पर अरस मारी
जानभीय मिला खद के जावा, किठे मेरा पाई
क्या याकूब,
क्या रज खेदन,
क्या याकूब,
क्या रज खेदन
जू सब साथ बरावा, जैनभ प्यारे मारी आई,
मैं कुर्बाणी जावा
जैनभ प्यारे मारी आई, मैं कुर्बाणी जावा
याद रखे याज जू पफटारी,
बाहर कतल छरे था, जिसनों प्यार
प्यारा याथा,
गजमान वांग मरे था
यूत फतोना, यूत फताना,
नां बुलाजा केन,
वादा जैनभ भादे,
पार आज अपना आया,
सुनपर बात हभी बरपे राई,
आरद रंदर आया,
तो कल पाब चारे जै,
जैन भे अरद खेंदी,
जे तु साजू के ख़रों को सतकीता,
मैं जावन लूदी,
ओड़क प्योती मदर यूजबदे,
मोरन भारन खाने, जान आखानी,
भाद आखानी,
मिल परे दूरत काओ,