हवे बनके में मैं तुझे छूजाऊँ
तेरे हर एहसास में खोजाऊँ
तेरे खाबों में भिखर जाऊँ
तेरी बाहों में पिघर जाऊँ
तेरी आदों का मैं बनूं सहारा
तेरी राहों मैं हो बस मेरा किनारा
हर लमह
तुझे से जुड़ता रहूं
बस तेरे साथ चलते चलते मरूं
तेरी हर धरकन मैं मैं मुष्कराऊँ
तेरी दुनिया में मैं ही समाऊँ
तेरे बिना मौसम सुना सा लगे तेरे साथ हो तो दिल महका करी
चनी ये जीवन एक सुरीला राग
तेरे सम्ह है सब कुछ अनुपम वागल
तेरी
बातों से हर शाम सजे
तेरे सपनों में ये दिल बहे
ही जिन्दा हूँ मैं तू मेरे जीवन की हर बजाँ
तू मेरा सवेरा
मैं तेरी हवे
बस तेरा साथ होना कोई गिला
तेरे बिना मौसम
सुना सा लगे
तेरे साथ हो तो दिल महका करी
चनी ये जीवन एक सुरीला राग
संग है सब कुछ अनुपंवाद
तेरी बातों से हर शाम सजे
तेरे सपनों में ये दिल बहे