तू हवा के جیسا लगे
तू अफा के जैसा लगे
मेरी बेकरार रातों में
तू दूआ के जैसा लगे
तू चो रूठे तो रोकलू
सब छोटे तो छोड़ तू
तुझे जाहा है तूठ कर
तू सुकूं तू मेरा चनू
हैं बून्दसी ये जिन्दगी
और तू मेरी प्यास हैं
मैं तिरी
खोज में
खुच से ही खो गई
जिन्दगी अब तेरी हो गई
आँखों में चहरा तेरा सोचों पे पहरा तेरा
मेरी रूह में बस गया है हर रंग गहरा तेरा
है तू तलाश मेरी
तू ही मेरी चूस्त
चूँ तुझे को खबर तक नहीं
मुझ में रह गया है तू
तुम अपनी पर मेरी प्यास है
और मैं तुमको पर प्यास रहें जाता हूँ
और मैं प्यास नहीं चूच से गई जिन्दगी आँखों पे पहरा तेरा
पर प्यास नहीं चूच से गई
जिन्दगी आँखों
पे पहरा तेरा