लेजे वक्तों
कुमारी संद्या के वाज में
ये भी लोगीत
एक इस्त्री
अपने पती से क्या बोली है और कैसे तुम्हें आना है और क्या बोली है
हाथ में वल सरले के गोने को मही भाई रहता जाएँ हाथ में
हाथ में वल सरले के गोने को मही भाई रहता जाएँ हाथ में
और भाईया यालानी वो इस्त्री क्या बोली है
और क्या बोली है अगर वो मना करते हैं तो तुम्हें क्या कहना है
ससुरय यदि मने करें तो फासी की कई ओ परतर ससुरय यदि
दंकी दे जेना अपने पापा को
कै फासी मते दे ओ सईया दंकी बबुल को देओ भताए कै फासी मते
वो इस्त्री बार बार समझाते हुई बोली है कै फासी
मते दे ओ साईया भाईया को दंकी देओ भताए कै फासी मते
बोली ऐसा मत करना जो फासी दे लो
तो अपका कलमा पड़ जाये
कै फासी मते दे ओ साईया भाईया को देओ दंकी बभताए