दुद्धा थोड़ा एक गलीना मनन साथ तेरे जीना
दुद्धा थोड़ा गमीना मनन साथ तेरे जीना
मेंटल हो गया दिल मेरा तन छोड़ूगे कभी ना
तेरे पे मरती हसीना है तो भाव में ना देता तीरे पे मर्ती हसीना है तो भाव में ना देता तेरे पे बरती हसीना
आज काल तू छोरे मेरा फैल हो लिया सारा समाना निव तो तेरी गेल हो लिया
मारे टेशन तू भूत घड़ी पर बात ना बढ़ी तेरे खातिर और ना कोई महे बढ़ी
करी धूप के मैं वेट तीरी आया भसीना तेरे पे मर्ती हसीना है तो भाव में ना देता तेरे पे मर्ती हसीना
मेरे दिल ते ब्रेक अब करके गिची जावेगा कर लेने तू पैच अब सुख चन्नत के पावेगा
लाइफ पार्टनर तने बढ़ा लियो लेते घर अपडा क्यूट पल बढ़ जावा हम मेरा यो है सपना
मोहित बेनी वाले तू तो छोरा न देना तेरे पे मर्ती हसीना है तो भाव में ना देता तेरे पे मर्ती हसीना