इबवेते पगली के देखें, विनर कासे निया, बलले तुई जतन करे पगली के दिवी राखिया
पगली बरवी पदगस्तो, उटके हुई नायाई, बाजारेर लुकेरा सब गयो के सिरे खेते सायो रे
परर दिन ओई आस्टो जने बाइगो, दरबार लोई डाकिया, राजा मिया पगली के बाड़ी दिगे से लोईया, विर्याल खयना भाजा माजगो, केवा विशास कहयो रे
कारण ओई राजा रे गरे बहू नाई तारे गरे, पगली के गे से गलोईया,
तर बिरोद दे खहकते से, होई तो संदाला के तोके कुण असम आगात पिरा माइरा फलते बाड़े, माइरा फलले होई तो, आमरा तो दुरे कोटा, पगली तो दुरे कोटा, आमादर रास्ता ये बेरे हो
आस्ते आस्ते गामेरे लोखे आराजोटील कोरीलो, राजार उपर सबाई काल
राजार विपद गेलो होईया, एक दिन ओई फुलमोती कोई दादी के डाखिया, राजा बाई तो गेसे दोखाने
एक ताका जाई कोरीया, बाई आशा रागे पागली के गो दादी, देना कें ताराइया रे
पागली बैशा बैशा कामते से, दादी एबाँ फुलमोती गेटे सामने बैशारी से, तो तोकार बितर बाईरे आमरा आशते देवाना, साराश्रे रत्ता जोटे से, पागली जारजार है कामते से
एमन समय राजा मिया बारी छोले जाया, गेटेर कासे गेले परेगो देखेन विष्व देखते पायोरी
पागलीरी सारा शोरीरे बाईगो, रत्तो जाय जोडिया, राजा तोखन पागलीरी दिगे रहिलो सुधु सैया
सप्तु यामार घरे ही ठाके, पाउते सी भादिया, पागली के यामी ताइना यानची, रे बुइने दिते से ताराईया जी
की लाब होगे फूल मोती, रे पागली के ताराईया, एइ बारीते थागबे पागली जनमो बुरिया, उरे ना देखले मर भालो लागेना
उतमुदेर ख़ति उकरे ना योके, ना देखले भालो लागेना
पागली के ताराईया दारे ब्यावस्ता करते होगे, बेबार दा की, उतमुदेर की अशुबित होगे, से चादे बोलते होगे सारा गामेर मानूर, सोत्रूर, आमार किसूर कोरते पारे नहीं, पारबेवन इंशाल्ला, गराम तो अगर खुति करी नहीं, ये पा�