धनी छुती ना मिललता सहारा में बानी सीमा पदेश के पहारा में
देवरुके भेजके कला सवा मंगाई हा
हरी अरे हरी अरे नीमिया तधनिया पार्थक वाई हा
भरि नवरात माई निमिये निहारेली,
जुलुहा जुला तभाइरो भया के पुकारेली,
नव दिने नन दोसे पचरा गवाईहा
हरियरहरियर निमियत
धनिया पार्थक वाईहा
दसाई के दिन तुखी आदि हगवारी,
मुना मोहित चिता रंजन के दुआरी,
देश के जवानन खाति अरजील गईहा,
हरियरहरियर निमियत धनिया पार्थक वाईहा,