परततरे ने गटी बोले ले सफारी रे
हरियाने की सैर करा दूँ आवन डारी रे
अगततरे ने गटी बोले ले सफारी रे
हरियाने की सैर करा दूँ आवन डारी रे
हम सिधे दिल्ली जावा दिल्ली थे यूपी आवा
हम सिधे दिल्ली जावा दिल्ली थे यूपी आवा
उम गुम के देखा बोले दुनिया सारी रे
हरियाने की सैर करा दू आभंडारी रे
अक्ते रेने गठी बोले ले सफारी रे
हरियाने की सैर करा दू आभंडारी रे
बल ट्रिपल जीरो
बल ट्रिपल जीरो
बल ट्रिपल जीरो
बल ट्रिपल जीरो
तनरो तक शहर दिखादू आज इंद की शहर करादू
तनरो तक शहर दिखादू आज इंद की शहर करादा
दुगा में की बात बोले समसे न्यारी रह
हरी आणे की शहर करादू आणभन डारी रह
अगत तरे ने गड़ी बोले ले सफारी रह
हरियाने की सेहर करा दूँ आवंडारी रहे
सैसोनी पत भी प्यारा के थल का अजब नजारा
पुछे तर्की शान बोले ला के प्यारी रहे
हरियाने की सेहर करा दूँ आवंडारी रहे
अगत तरेने गड़ी बोले लिए सफारी रहे
हरियाने की सेहर करा दूँ आवंडारी रहे
वाई ट्रिपल जीरो
साइच प्रीस बच्ची है रहे
लाइक प्रीस धन्दे ले
अम्बाला सहर अनोखा करनाल भी प्यारा चोखा
दाम कलोई मैं बोले तेरी महिमा भारी रे
हरियाणे की सहर करा तुम्हा भंडारी रे
भगत तरेने गट्टी बोले लेकिन फारी रे
हरियाणे की सहर करा तुम्हा भंडारी रे
मन्नू कलवाडी आला तेरा बहत से घड़ा निराला
मन्नू कलवाडी आला तेरा बहत से घड़ा निराला
मन्नू कलवाडी आला तेरा भगत से घड़ा निराला
मन्नू कलवाडी आला तेरा बहत से घड़ा निराला
परविन गुलिया देखें बाट बाग होत में थारी रे
हरी आने की सैर करा दूँ आफंडारी रे
अग त्रेने गण्डी बोले लें सफारी रे
हरी आने की सैर करा दूँ आफंडारी रे