इंट्रो
जनदाबाद
शिमला की मिट्टी की शान बढ़ाई
हर इश जनार था नाम कमाई
दिन रात महनत जनता की साथ
विकास की राह पर रखते हैं बात
हर गली हर मोड बदले नजारे
उनके कदमों से रोशन सारे
हर दूर से नार था जनता के प्यारे
शिमला के नेता सबके सहारे
शिक्हर तक ले जाये
सपने साजाये
उनके कामों से खुशियां लूटाए
उटाए
वर दिल में बसते सबके सहारे
हर गिल में बसते सबके सहारे
हर कदल पर बस नियाय का नाम
सचाई का दीब जलाए सुबा शाम
और दिली हर मुडबलिले हरिश जनार था जिन्दाबाद
हर दिल में बसते सब के सहारे हरिश जनार था जिन्दाबाद
शिमला की मिट्टी की शान बढ़ाई हरिश जनार था नाम कमाए
दिन रात महनत जनता के साथ विकास की राह पर रखते हैं बार
शिमला की मिट्टी की शान बढ़ाई हरिश जनार था नाम कमाई
दिन रात महनत जनता के साथ विकास की राह पर रखते हैं बार
वर्स जनिक्ती की शान बढ़ाई हरिश जनार था नाम कमाई
दिन रात मिट्टी की शान बढ़ाई हरिश जनार था नाम कमाई
दिन रात मेहनत जनता के साथ विकास की राह पर रखते हैं बात
हर गली हर मोड बदले नजारे उनके कदमों से रोशन सारे
हर दूर से नार था जनता के प्यारे
शिमला के नेटा सब के साहारे
शिक्हर तक ले जाए सपने साजाए
उनके कदमों से खुशिया लूटाए उठाए
जनता के लिए हर पल समर्पित सभी लोगों के काम किया फटाफट
युवा को रोशनी दी बुजर्गों का दिया साथ
हर दिल में जगाई उम्मीद की बात
प्रदेश के प्रदति के हर कार की जनकारी
बड़े से बड़े अधिकारी लेते हैं सलाह इनकी
नेता नहीं यह परिवार
जनता के दिल में उनका संसार हर कदम पर
बस नियाय का नाम सचाय का दीप जलाई सुबर शाम
ना रुकते ना जुकते हर कारी की जनकारी
पड़ी से बड़े अधिकारी लेते हैं सलाह इनकी
ना रुकते ना जुकते बस बढ़ते ही जाए
हर सपने को सच में बदलते ये आए
गदम तक बस ना एक नाम
सचाई का दीप जलाए सुबह शाम
रुकते ना जुकते बस बढ़ते ही जाए
हर सपने को सच में बदलते ये आए
करीब की मुस्कानून की पचान
हर दिल से सुने हर मुश्किल का समादा
समादा
समादा