अरे सामन सामन, अरे सामन सामन
हरी आने का हो जासे
रे समन समन हरी तो
हरी आने का हो जासे
रे हरी आने का हो जासे
पिरू कटार या
लावे नील कंठ पैना रे
रे बोले ने सुत्या था देसे
ओका भी गल्या ले रेसे
पाड़ा मैं आग बना देसे
जब भी आवे तरे दरपे
आवे तोली कथियारां की
लेकर चल नाम तरा
तू रक्षा करिये सारें की
लावे नील कंठ पैना रे
रे बोले ने सुत्या था देसे
ओका भी ले रे गेल मखा पाड़ा
पाड़ा मैं आग बना देसे
जटी आवे तरे दरपे
आवे तोली कथियारां की
लेकर चल नाम तरा
तू रक्षा करिये सारें की
करके कांड रे साल के कथे
पाप से दो जासे
सम्मन सम्मन हरी द्वार हरी आने
का हो जासे
सम्मन सम्मन हरी द्वार हरी आने
का हो जासे
रे सम्मन सम्मन हरी द्वार हरी आने
अगले बोलो जय बोले की पिछले बोलो जय बोले की इकी दुकी पान की जय संकर बगवान की
कावड की रेल बना कहने ये सुतम सुता लिया वैसे रै संकर जी ने मन तैनी हम सचे दिल तैचा वैसे
राना गट्याला भी रंग रया यो बोले की रंगा मेरे नाम चलाना निउजनो यो जल चले गंगा मेरे
कावड की रेल बना कहने ये सुतम सुता लिया वैसे संकर जी ने मन तैनी हम सचे दिल तैचा वैसे
राणा कटिया अभी रंग रहा यो बोले के रंगा मैं रे
नाम चलाना नूच नूँ यूजल चले गंगा मैं रे
बैठ के मोटां गेलियो बीरू मस्ती मैं खो जासे
राणा कटिया अभी रंग रहा यूजल चले गंगा मैं खो जासे