मेरी सास सास में रमगी भोड़े, सास सास में रमगी भोड़े, फुश्बू तेरे दर्कीया
मन घर पर कीला कै भोड़े, तेरी छोड़ी हरकीया
मन घर पर कीला कै भोड़े, तेरी छोड़ी हरकीया
सुरका पर की भोड़े, या तेरी माया नकरी सजरी से, तेरी दया तै ओ शम्भू जी पूरी दुनिया धल रीश है
सुरका पर की भोड़े या तेरी माया नज़री सजरी से
तेरी दया तै ओशंदूरी पूरी दुनिया चलरी से
मैं दुनिया दारी भूल गया मेरे पर चातू कर किया
मन घर बर किला पै भोड़े तेरी तोड़ी हर किया
परके गंगा जल गंगा तै चाल पड़े तेरे काम
हर हर शम्भू बोले से तेरे दरपे आवन जावन ये
तेरे शेवा करन की ठान लही तेरे आसन याले न भोले
मन घर पर की लाग मैं भोडे तेरी छोड़ी हर की आव