हर हर नरबदा मायो
हम निमाड के बेटी बेटे जग में जाने जाते हैं
नदियों परवत को पूजे हम, हम तो प्यार जताते हैं
हर हर हो नरबदा मायो
तू तो मैं कल की बेटी कवायो
हर हर हो नरबदा मायो
तू तो मैं कल की बेटी कवायो
विंध नसत पुड़ा थार दोई भाई
खंबात छे थारी मायो
विंध नसत पुड़ा थार दोई भाई
खमबात छे थारी मायो
हर हर होन रब दा मायो
लहर लहर संगीत सुनाती रेवा मा की धार
और विंद्या चल सत्पुणा सुनाते महिमा अपरंपार
चांद सुरज थारा खोड़ा मखेल
जिनको तु सुख दुख छाती पजेल
ठाग थारा हिवणा को कोई ना नी पायो
ममता छे थारी अथायो
ममता छे थारी अथायो
हर हर हो नरब दा मायो
बुंदेली हो या हो निमाडी या कुजराती भाई हो
हर दिल में निरजर बहती है अपनी रेवा माई हो
संध्या माथा पथारी सेंदुरा लगावा
तारा थारी निले लिले शुंदर सजावा
रती सी सवाही थारी खूब सूरती
चंदनियों जे मन गोता खायो
हर हर हो नरब दा मायो
किसी की अम्मा, किसी की अम्मी, किसी की बावराई हो
हम सब रेवा पुत्र हैं और ये अपनी रेवा माई हो
थारा जैत राकंकर, उसारा संकर
सेव भगत तू दास थारा प्रलयंकर
आपस मातम एक दूसरा खपूजो
दूजना भाव मिटायो
घर हर हो नरब दा मायो
हलो हाई से बात न बनती
प्यार कहां जग पाता है
नरब दे हर हर बोलें
बोलके देखो बैरी गले लग जाता है
नरब दे हर हर
सारी कमई दूई तटप बिजाई
जो तू आमर कंटक से लाई
अनधन जन जन खाल वन वन वाट्यो
थारी माटी सुनो गायो
थारी माटी सुनो गायो
हर हर होन नरब दा मायो
दरस से तेरे नैना छलके
आँसु धारं धार
गोद में तेरी जनम में पाऊं
मैया बारं बार
मैया बारं बार
कदी तो तू खोला का
बाण धावाण
घुसा मा कदी कदी उनका भावाण
मांडुली खैतरों घुसुनी चाय जे
हम सब धारा बालक आयो
कोई पापी कोई धर्मी कवायो
हर हर होन नरब दा मायो
तू तो मैं कल के लिए
बेटी का वायो विंधिन सट पुड़ा थार दोई भाई
खंबात छे थारी मायो खंबात छे थारी मायो
हर हर होना रबदा मायो
घाट घाट पर तीर्थ बसे है गाउं गाउं हरशाते है
धन्य धन्य है जन्म हमारा मा की महिमा गाते है
गौरी शंकर के फूलों को हम चरणों में चड़ाते है
हर हर न रबदा
हर हर नरबदा मायो
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật