ĐĂNG NHẬP BẰNG MÃ QR Sử dụng ứng dụng NCT để quét mã QR Hướng dẫn quét mã
HOẶC Đăng nhập bằng mật khẩu
Vui lòng chọn “Xác nhận” trên ứng dụng NCT của bạn để hoàn thành việc đăng nhập
  • 1. Mở ứng dụng NCT
  • 2. Đăng nhập tài khoản NCT
  • 3. Chọn biểu tượng mã QR ở phía trên góc phải
  • 4. Tiến hành quét mã QR
Tiếp tục đăng nhập bằng mã QR
*Bạn đang ở web phiên bản desktop. Quay lại phiên bản dành cho mobilex
Tự động chuyển bài
Vui lòng đăng nhập trước khi thêm vào playlist!
Thêm bài hát vào playlist thành công

Thêm bài hát này vào danh sách Playlist

Bài hát hanuman amritwani do ca sĩ Rinky Vishwakarma thuộc thể loại The Loai Khac. Tìm loi bai hat hanuman amritwani - Rinky Vishwakarma ngay trên Nhaccuatui. Nghe bài hát Hanuman Amritwani chất lượng cao 320 kbps lossless miễn phí.
Ca khúc Hanuman Amritwani do ca sĩ Rinky Vishwakarma thể hiện, thuộc thể loại Thể Loại Khác. Các bạn có thể nghe, download (tải nhạc) bài hát hanuman amritwani mp3, playlist/album, MV/Video hanuman amritwani miễn phí tại NhacCuaTui.com.

Lời bài hát: Hanuman Amritwani

Lời đăng bởi: 86_15635588878_1671185229650

गुरू चरण में शीष धर कर
गनपती का ध्यान
हन्स वाहे निशारदान शग्गो का दो ज्यान
देवता
दीजि ध्यान किरन बिखराए
मुझ मूरख आज्यानी को
रस्ता दो दिखलाए
अमरित वानी गा रही हनुमान की आज
हे स्वामी बजरंग बली पूरण करना काज
खोनाथ सुख देव के सर पर अपना हाथ
वीर धीर हनुमान जी
सदा निभाना साथ
जैज़ेज़े श्रीराम जैज़ेज़े हनुमान
सेवक है श्रीराम के पवन पूत्र हनुमान
श्रीराम के चर्णों में अस्थान
सबसे बड़े बलशानी है बुद्धी बड़ी विशेश
उनके बिना रामायड में कुछ भी नहीं है शेश
श्रीराम की लाडले
मानजनी के लाड़
बळशानी बजरंग बने करते सदा कमाद
बजर देह हनुमान की हात में गदा सुहाई
देते है अभिमानी का हर अभिमान मिटाई
जैदे जैश्रीराम जैदे जैश्रीराम जैदे जैश्रीराम जैदे जैश्रीराम जैदे
जैश्रीराम जैश्रीराम जैदे जैश्रीराम जैश्रीराम जैश्रीराम जैश्रीराम
जैस्रीराम जैस्रीराम जैस्रीराम
जैस्रीराम जैस्रीराम जैस्रीराम जैस्रीराम जैस्
नगर
अयोध्या में चले
आज भीन का राज
जैदे
जैश्रीराम जैदे जैश्रीराम जैश्रीराम जैस्
सिद्ध बली हनुमान जी कोट द्वार कहलाई
सिद्ध बली के दरशन से
हर संकट कट जाए
गट वाले बाबा का बिल्ली में अस्थान जहां वरगट वाले बाबा जी
कहलाई हनुमान
संकट मोचन नाम है
संकट देते तान सचे मन से पुकारिये आएंगे ततकान
परोड विनती करूं दयावान हनुमान चरन शरन रहूं आपके दो ऐसा वरदान
जैहनुमान जानकी नंदन तुम्हे नमन है तुमको वंदन
हनुमत मेरे काज सवारे नेरदन के घर्यनात
पधारे राम कि सेवक सिया की प्यारे
अश्ट से धिनो निधियो वाले तुम हो अनेको
विधियो वाले तुम निरबल के बल हो स्वामी
नानोप है बाला जी तुम कहलाते हो
लाल लंगोटे वाले हो तुम बाबा सोंते वाले हो तुम भूत
बिशाच निकट नहीं आते
तुम बाला जी गदा उठाते है
शिवशंकर के तुम अवतारी
देव्यसुमन सी छवी तुमारी कल युग के
महराजा हो तुम अवजपुरी के राजा हो तुम
प्रेता तीरो की
सरगम में द्वापर
अरजुन के परचम में दोनों जगह हनुमान तुम ही थे
विश्वाद पर नहीं आते था तुम भी प्रेता तीरो की बाला जी गदा उठाते है
शिवशंकर के
तुम बाला जी गदा हुआ
तुम
प्रेता तीरो की बाला जी गदा हुआ तुम भी प्रेता तीरो की
बाला जी गदा हुआ तुम भी प्रेता तीरो की बाला जी गदा हु�
हुआ था वही राम से
श्रीराम की
लेके निशानी लंका जाने कोमन ठानी सीता जी का पता लगानी
शांग
लगाकर भड़ी उडानी गगन में जाकर ववन वेग से उड़े जा रहें
हनुमत यावे भड़े जा रहें
उड़े जा रहें हनुमत ज्यानी चारो तरफ बस दिखता पानी
राम नाम का लगाके नारां
सुर्सा नाम की एक
लंकनी पुड़े गगन में असुर दैत्यनी करती शिकार देख परचाई
उसको हनुमत पड़े दिखाई सुर्सा ने हनुमान को रोका
बीच रह में उसने टोका आज तिरा आहार करूँगी
हनुमत बोली जान दे माई संकट में मेरे रघुराई हाथ मैं जोड़ू जाने दे तू
सुर्सा बोली
हाथ बढ़ाकर पेट भरूँगी तुझको खाकर किसमत से
आहार मिला है
सुर्सा ने अपना मुझ फैलाया हनुमान में बदन बढ़ाया
बन चुक तिरा आहार कैसे भरे तिर बेट का इतना बड़ाकार
सुर्सा तब बोली है हसकर चतुर बढ़ा है
तूरे बंदक जीत गया तू दे के परेक्षा
ये हनुमन्ता आसमान में उड़े तुरंता
किधर को जाओ
समझ ना आए
आस
कदीपत बुझता जारे तुरिजटा राक्ष से मिल जाती
है उसकी आखे खिल जाती है गरज के बोले हनुमान से
सुन रे मेरी बात ध्यान से रावण में भी है
सरदारी करुलंका की तहरेदारी कहा जा रहा आखे मीचे
मिना किसी से जागे पूछे मिना युद्ध के जाने ना दूँगी
आगे पाव बढ़ाने ना दूँगी मुख्य द्वार पर पहरा मेरा
पहरा है बड़ा पहरा मेरा
हनुमान ने मारी मुश्टिका गई चेतना मरी त्रिजटा
वाटिकाति मनः भारी
एक तेड़ पे चड़कट ऊपर से नीचे जब देखा
अनुमत
सोचे यही है माता अश्ट जेल रही हावे विधाता
वहाँ खड़ी सब
राक्षसी वापस जब चली रान
मुंदरी प्रभु श्रेराम की
नीचे दी है गिरान
सीता नी जब मुदरी
देखी सोच रही मन में अनसोची
स्वामी की मुदरी कहां से आई यामन पर कोई विपजाई
बिलक्ख बिलक्ख लगी सीता रोनी असुवन से लगी मुखडा धोनी
हनूमान जी घबराते हैं जग से नीचे आजाते हैं
हाथ जोड प्रणाम किया है फिर अपनी पहचान दिया है राम का सेवक हनूमान हूँ
भाल सुनाया उनको सब अवगत करवाया बोले राम जल्दी आईंगे
संग में अपने ले जाएंगे
हनूमान से बोली सीता हरन हुए
अतिसमें है बीता
माह के भीतर ना आईंगे
सिया को जीवित ना पाईंगे
हनूमान बोले मरदुवाणी धीर धरोमन माताराणी दलबल संग हम सब आईंगे
लंका जीवित ले जाएंगे चूडा मडी दे
करके निशानी बोली है सीता महाराणी
मेरे निशानी ले कर जाओ
मेरे
ज्वानी पो दिक्लाओ
यदी मैं आपकी आज्या पाऊंगी अले खाकर मैं भूक मिताओ
प्रेहस नहस कर डाली
वाटिका ओ बेपलो से खाली वाटिका
सुनी ख़वर जब बाग की मेगनाथ गयाएं ब्रमभास में बादखे हनुमत को ले जाएं
गर्बार में आकट पिता से भूला देखलो वानट
बाग उजाडा इसने हमारा लगना कैसे ये बेचारा
रावड भूला ख्रोध में आकट कहां से आया है ये वानट
भरी सभाँ में इसे सजा दो इसकी पूच में आग लगा दो
जितना वस्त्र लिपटता जाएं उतना ही कम
पढ़ता जाएं वस्त्र लग गया सारे नगर का
एल न समझे एवानल का तेल डाल कर आग लगा दी सभाँ में भागम भाग मचा दी
हनुमान जी उचल उचल कर ओद रहे रहे मचल मचल कर
जल रही आग में लंका सारी भाग रहे थे सब नर
नारी रावन का अभिमान जल रहा
नारी आग लगा कर
पहचे सागर तट पर आकर अपनी पूछ की आग बुझाई
हाहा कार मचा लंका में हर घर बार जले लंका में रावन की कुछ समझ ना आए
सीता ने देखी उठती
लपटे हो रह थी सब मन की उनके
दूर से ये सब देख रही हैं विज़े मिलेगी
सोच रही है
हनुमान जी
आग बुझाकत राम नाम जै भोष लगाकत
लंबी उडान भरी फिर
उड़कर उड़ने लगे सागर के उपर
चूडा मणी लेकर के निशानी उड़े जा रहे हनुमत ज्यानी
किशकिंधा में पहचे आकर राम के आगे शीष नवाकर

Đang tải...
Đang tải...
Đang tải...
Đang tải...