बोल बोल बोल बोल बोल बोल बोल
बोल बोल बोल बोल
सभे जल जाइ गिरि तो चढ़ाई विका हम फिरी हे टेंशन भोईल बटे आज
खंतगोईनि पछु आई बाबा होखिना सहाई कहे भोईल बानी हम से नराज
सभे जल जाइ गिरि तो चढ़ाई विका हम फिरी टेंशन भोईल बटे आज
हम तो गोईनी पछु आई, बाबा हो खिना साहाई, काहे भोईल बानी हमसे नराज, तो से पावन होटे बाबा न बोल, सबे पम लोग बोले हरे हर, सब लोग आया पन पापो धोवता, हमरा कावर असे जल जुवता
दीजे मिथु, राजा पट्सोनी, कलोनोटा
धुको बटे कोही छाओ, हमा तो के गोईल पाउ, यब चल लोना हमसे जाता, उते भितरी से जिया, सुना सुपरी लर्थिया, काथी कोही तु बस पुछु न गुझाता
धूप बटे कोई छाओ हमा ठोके गोईल पाओ यावा चलो लोना हमा से जाता
खूप भितरी से दिया सुना सुपारी लतिया काथी कोई सुबस कुछुना बुजाता
जन्ने भोईल बटे कोई नेकलेस बत सुना सुनुनिते
सुझित धूपामा से मुह लोहता हम्रा कामोरा से जल चुवता
साबे भोला के जवाना छुवता हम्रा कामोरा से जल चुवता