प्रेजिन्टेंपिय,
अंकित डिकॉर्डिंग टूडियो,
काली चोक,
वल्हल्हल,
वल्हल्हल,
तरभंगा,
हम हुच्ची याइ रंगदार, हमर भाईयो चाही रंगदार,
रे बटार, हम हुच्ची याइ रंगदार,
हमर भाईयो चाही रंगदार,
बेसी बुलाईची बत बत बेता कर दे बहुबर बात,
हम हुच्ची याइ रंगदार,
हमर भाईयो चाही रंगदार,
हम हुच्ची याइ रंगदार,
हमर भाईयो चाही रंगदार,
हम हुच्ची याइ रंगदार,
संगेटार, संगेटार,
हम भाईयो चाही रंगदार,
हम लाबने चलेचे ते रंगदेस,
हमर भाई पचलेया जाने दे,
होबर खिला पूर गेंगी खाना में,
ने तोने कोटो सिकाया दे,
हमर लहर चले पूरा बिहारमें,
खुन करा बाट राइची बेकारमें,
इजज़ट से कोहे चील कोरा रे बेटा टकोरा लाइची बेकारमें,
हम हुच्ची याइ रंगदार,
हमर भाईयो चाही रंगदार,
हम हुच्ची याइ रंगदार,
हमर भाईयो चाही रंगदार,
हम हुच्ची याइ रंगदार,
हम भाईयो चाही रंगदार,
हम रापाला में बाओ राइची बेटा,
उजर देव तो हर
बाँसी रे,
अंकीत भोला चोड़ा में तो राबन के रूपो कांसी रे,
पिंदल भुजार लापन खतो जखा मरे,
वीकत भरत मरजत बनरे,
हमरा ते ओबली है बेपंगा,
तो है चीजी उसार रे,
हम हुच्ची याइ रंगदार,
हमर भाईयो चाही रंगदार,
हम हुच्ची याइ रंगदार, हमर यारो चाही रंगदार,