अरे ये साक्यो, हमार पर गड़ो पोट गई, ते बड़ा रास गज़ गड़ा था रे, अच्छा छोड़ हमार, ते आप बन बताओ ते सास्रा को समचार, सुन दिया सास्रा, ते बड़ा चाहिए करता था रेजिमन धिवर परिवार, निलल बाते हमार, अमार तास संसु, देले माई बाबु जैसं प्यारजिमन धिवर परिवार, निलल बाते हमार, अमार तास सुसु, देले माई बाबु जैसं प्यारबाबु ना रोहेला हमरा से फरका, अमार पियावा सावरकाजोगि जाका माये कोला पोन्दिया राजा, मायो पिस्वाम्निया पोन्दिया राजाबिसिले जब तब अहम के मना वस, आथसे अपनाऊ भुहमे खियाउरामे भरके मारे प्यार होके मरका, अमार पियावा सावरकाअरे शक्यिक, त्याब छाइतारा छे, बहुतने खणोंपनी बढलाई करतारे आनस्टैकले, अमाराशासुरा दाई भनबोजाय, ते तदा प्याण किलेला त्याब छाइतारा छेअरे शक्यिक, बढ़ा पून तरतापकोले, सेशन भार दुर्मेला, हमर पियवासा बढ़का, ए सक्यिकभी पक्ते जैसे जुत्ति जीवन में बाके, बाबर बे दोर्दी पिवासी नवास साटेमुदा बानावास हमके मार के हरका, हमर पियवास पतारका, ए सक्यिकहमर पियवास पतारका, ए सक्यिक